Mukhtar Ansari: उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसानी के बेटे अब्बास अंसारी ने को जेल में किसी अनहोनी का खतरा सता रहा है। अब्बास अंसानी ने कहा है कि जेल से कोर्ट ले जाते या आते वक्त साजिश के तहत उनकी हत्या की जा सकती है। बयान सनसनी बन गया, कपिल सिब्ब्ल ने भी कोर्ट के सामने इसी मामले में बात रखी, सवाल ये है कि मऊ के मौजूदा विधायक और बाहुबली नेता मुख्तार अंसानी के बेटे अब्बास अंसानी को मौत का डर क्यों सता रहा है।।।क्यों उन्हें अचानक एनकाउंटर का खतरा सताने लगा है।
अब्बास अंसारी का बयान इन दिनों सुर्खियों में है। बयान ने कानून व्यवस्था पर निगाहें टिका दी हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे और उत्तर प्रदेश के मऊ निर्वाचन क्षेत्र से विधायक अब्बास अंसारी इस वक़्त जेल में बंद हैं। अंसारी की पेशी विडियो कांफ्रेंसिंग से हो रही थी, जिसे सरकार ने बंद कर दिया है। अब अंसारी को डर है कि जेल से कोर्ट पेशी के लिए जाते या आते वक़्त उनका एनकाउंटर कर दिया जाएगा। अब्बास अंसारी ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से गैंगस्टर एक्ट के तहत एक मामले में ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही में वर्चुअली पेश होने की मांग की है। अब्बास अंसारी इस वक़्त कासगंज की जेल में बंद हैं।
कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत और एन कोटिश्वर सिंह की बेंच को अब्बास अंसारी की तरफ से पेश सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने आगाह किया कि वह कासगंज की जेल से अदालत के सामने वर्चुअली पेश हो रहे थे, लेकिन यह सुविधा रोक दी गई। अब्बास अंसानी के वकीन ने कोर्ट के सामने अब्बास अंसानी की ओर से बात रखते हुए कहा कि “कृपया मेरे मुवक्किल को अदालती कार्यवाही में वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की इज़ाज़त दी जाए।
उन्होंने आगे कहा कि आजकल जेल और अदालत के बीच बहुत सी चीजें होती हैं। जेल से अदालत ले जाते वक़्त लोगों की मौत हो जाती है।” अदालत उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में कथित तौर पर एक गिरोह चलाने के मामले में बंद अब्बास अंसारी की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही थी। जानकारी के मुताबिक अब्बास अंसानी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस चल रहा है। उसे 6 सितंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था। 28 अगस्त 2024 को एक गैंग चार्ट तैयार किया गया था, जिसकी सुनवाई कोर्ट में होनी थी। जस्टिस सूर्यकांत ने वकील कपिल सिब्ब्ल से कहा कि वो याचिका को लेकर हाई कोर्ट जाएं। जिसपर सिब्बल ने कहा कि जब तक वो हाई कोर्ट जाएंगे, अंसारी को कोर्ट शारीरिक रूप से कोर्ट ले जाया जा चुका होगा। जहां अब्बास अंसानी ने रास्ते में आते या जाते वक्त उनके साथ एनकाउंटर का खतरा बताया है। कपिल सिब्बल का कहना है कि “उनके मुवक्किल इस मामले में डेढ़ साल से जेल में है। उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त महाधिवक्ता के एम नटराज ने कहा कि अंसारी ने मामले में जमानत के लिए शीर्ष न्यायालय का रुख किया था, लेकिन हाई कोर्ट का रुख करने की स्वतंत्रता के साथ याचिका वापस ले ली। पिछले साल 18 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अंसारी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।” बताते चलें कि मामले में बेंच ने नोटिस जारी कर सरकार को दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने को कहा है।
अब सवाल उठता है कि आखिर अब्बास अंसारी को एनकाउंटर का खतरा क्यों सता रहा है। बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या पुलिस के सामने गोली मार कर कर दी गई थी। गैंगस्टर विकास दूबे की मौत कानपुर में गाड़ी पलटने से बताई गई। मुख्तार अंसानी की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई, जबकि मुख्तार के समर्थक बताते हैं कि मुख्तार अंसानी को जेल में ही स्लो पोआइज़न देकर मार दिया गया। उत्तर प्रदेश की सियासत में विपक्षी दलों के कई नेता कहते हैं कि सरकार किसी ना किसी वजह से जेल में बंद पुरानी सरकार के नेता मंत्रियों की जान ले रही है। राजनीति के जानकार बता रहे हैं कि पिछले इन सभी घटनाओं को देख जिसके बाद अब्बास अंसानी ने भी एनकाउंटर का खतरा जताया है। कोर्ट में ऑनलाइन पेशी होनी थी। पेशी रोक दी गई। अब्बास अंसारी ने कहा कि कोर्ट ले जाते या लाते वक्त उनकी जान ली जा सकती है, मामले के बाद कानून और प्रशासन चौकन्ना हो गए हैं। फिलहाल इस मामले में सुनवाई होनी है।